बेमेतरा (ट्रैक सीजी/हेमंत सिन्हा)।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों का आंदोलन 19वें दिन भी ठंडा नहीं पड़ा, बल्कि और रचनात्मक हो गया। अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर जहां एक ओर कर्मचारियों का गुस्सा चरम पर है, वहीं धरना स्थल पर आज रंगोली के जरिए नाराजगी का अनोखा संदेश दिया गया। रंग-बिरंगी रंगोली पर लिखी गईं मांगे देखकर राहगीर भी ठहर गए।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में नियमितीकरण, सिविलियन दर्जा, ग्रेड पे और 27 प्रतिशत लंबित वेतन वृद्धि जैसी अहम बातें शामिल हैं। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने अपनी मांगों को कलात्मक अंदाज में सामने रखा।
धरना स्थल पर पूर्व विधायक एवं कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष छाबड़ा अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचे और कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया। उन्होंने कहा —
एनएचएम कर्मचारियों की मांगें जायज हैं, सरकार को तुरंत हस्तक्षेप कर समाधान निकालना चाहिए।
इससे पहले कर्मचारी बाजारों में प्रतीकात्मक भीख मांगकर भी सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर चुके हैं। बावजूद इसके, अब तक सरकार की तरफ से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है।
कर्मचारियों ने साफ कहा कि उन्हें मोदी की गारंटी और डबल इंजन सरकार पर भरोसा है, और उम्मीद है कि मुख्यमंत्री जल्द ही समस्या का समाधान करेंगे। वहीं, जिलाध्यक्ष पूरन दास और प्रवक्ता बृजेश कुमार दुबे ने दोहराया कि जब तक लिखित आदेश नहीं आता, आंदोलन जारी रहेगा।
धरना स्थल पर आज बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे, जिनमें प्रमुख रूप से डॉ. अभिषेक यादव, डॉ. तृप्ति दुबे, डॉ. भारती यादव, मनीष शर्मा, दिनेश गंगबेर, प्रमोद साहू, सनत कुमार साहू, ताकेश्वर सिंहा, प्रियंका यादव, भूमिका वर्मा सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे।