बेमेतरा। छत्तीसगढ़ की साय सरकार द्वारा हाफ बिजली बिल योजना में किए गए बदलाव के खिलाफ कांग्रेस ने गुरुवार को बेमेतरा में जमकर विरोध जताया। कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता सड़कों पर उतर आए, सरकार का पुतला फूका और बिजली कंपनी के दफ्तर का घेराव कर सरकार से गरीबों के लिए शुरू की गई योजना को बहाल करने की मांग की।
बिजली विभाग को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने साफ कहा कि यह फैसला गरीब, किसान और मध्यम वर्ग पर सीधा हमला है।
पूर्व संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,
“बिजली के नाम पर लूट मची है। गरीब का कनेक्शन काटा जा रहा है, और अमीर उद्योगपतियों को छूट दी जा रही है। यह कैसा न्याय है? पहले अडानी, अब बिजली – जनता से जुड़ी हर बात से ध्यान भटकाया जा रहा है।”
वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष आशीष छाबड़ा ने बिजली कटौती और विभागीय लापरवाही पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा,
“ग्रामीण इलाकों में 10-12 घंटे बिजली गुल रहती है। ट्रांसफॉर्मर जल जाए तो महीनों तक नहीं बदला जाता, उल्टा किसानों से पैसे मांगे जाते हैं। यह गरीबों के साथ अन्याय है।”
छाबड़ा ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने योजना को वापस नहीं लिया और बिजली व्यवस्था नहीं सुधारी, तो कांग्रेस पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर आंदोलन करेगी। कांग्रेस का यह विरोध सिर्फ एक योजना के खत्म होने का नहीं, बल्कि एक आवाज है – उस हर गरीब, किसान और मेहनतकश की, जो हर महीने आधे बिल की उम्मीद में जी रहा था।