नवागढ़। नगर पंचायत नवागढ़ में लंबे समय से परिषद की बैठक में पार्षदों की अनुपस्थिति को लेकर उठ रहे सवालों पर अब पार्षदों ने चुप्पी तोड़ी है। पार्षदों ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष द्वारा जानबूझकर पार्षदों को नजरअंदाज किया जा रहा है और उनकी सहमति के बिना एकतरफा एजेंडा तैयार किया जा रहा है, जिससे न केवल नगर के विकास में बाधा आ रही है, बल्कि जनप्रतिनिधियों की छवि भी धूमिल हो रही है।
पार्षदों ने स्पष्ट किया कि बैठक में उनकी अनुपस्थिति का कारण उनकी उपेक्षा है। उन्होंने बताया कि विगत दिनों नगर पंचायत के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) बसंत लोनहारे द्वारा 21 एजेंडों को पार्षदों की सहमति से तैयार कर अध्यक्ष के पास प्रस्तुत किया गया था, लेकिन अध्यक्ष ने उनमें हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया।
पार्षदों का कहना है कि यह रवैया अध्यक्ष की तानाशाही को दर्शाता है, और जब तक सभी जनप्रतिनिधियों की राय का सम्मान नहीं किया जाएगा, तब तक वे बैठक में शामिल नहीं होंगे। उपाध्यक्ष सोम ठाकुर ने भी पार्षदों का पक्ष लेते हुए कहा कि पार्षद नगर के विकास में बाधक नहीं हैं, लेकिन सामूहिक निर्णय और आपसी तालमेल के बिना कोई भी कार्य आगे नहीं बढ़ सकता।