बेमेतरा/नारायणपुर – ग्राम पंचायत नारायणपुर में बीते कुछ समय से अवैध रूप से शराब और गांजा की बिक्री तथा सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम नशे की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। गांव के प्रमुख मंदिर, तालाब, स्कूल परिसर, बाजार, चौक-चौराहों जैसे सार्वजनिक स्थलों पर नशे में धुत लोगों द्वारा अश्लील गाली-गलौज, लड़ाई-झगड़ा और असामाजिक गतिविधियों को खुलेआम अंजाम दिया जा रहा है। इससे गांव का माहौल लगातार अशांत होता जा रहा है तथा महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों का सड़कों पर निकलना भी मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि इन गतिविधियों से गांव की युवा पीढ़ी पर बुरा असर पड़ रहा है। नशे की हालत में युवाओं के बीच झगड़े आम हो गए हैं, जिससे शांति और सुरक्षा भंग हो रही है। इन परिस्थितियों को देखते हुए ग्राम पंचायत नारायणपुर के सरपंच बिसाहू राम साहू के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मारो चौकी पहुंचकर पुलिस को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि यदि कोई व्यक्ति शराब या गांजा बेचते हुए पकड़ा जाता है तो उसे ₹20,000 का दंड दिया जाए। वहीं यदि कोई व्यक्ति मंदिर, स्कूल, बाजार, चौक या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर नशा करते या गाली-गलौज व झगड़ा करते पाया जाता है तो उस पर ₹10,000 का जुर्माना लगाया जाए। इसी तरह यदि कोई व्यक्ति ताश, मोबाइल गेम या अन्य तरीके से जुआ खेलते पाया जाता है तो उस पर भी ₹10,000 का दंड निर्धारित किया जाए।
सरपंच बिसाहू राम साहू ने बताया कि गांव में दिन-प्रतिदिन असामाजिक तत्वों की सक्रियता बढ़ रही है। खुलेआम शराब पीना और गांजा सेवन करना आम बात हो गई है। इन नशेड़ियों के कारण राह चलते लोगों को शर्मनाक स्थितियों का सामना करना पड़ता है। यह सब न केवल सामाजिक शांति को भंग कर रहा है, बल्कि नई पीढ़ी को गलत दिशा में ले जा रहा है।
इस अवसर पर सरपंच के साथ राजकुमार साहू, सुरेश निर्मलकर, बल्ला ठाकुर, सलिक राम साहू, टीकाराम साहू, प्रदीप साहू, सुरेन्द्र साहू सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने एक स्वर में गांव को नशा मुक्त करने की मांग की और प्रशासन से शीघ्र सख्त कार्रवाई की अपील की।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द इन गतिविधियों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अब गांव जाग चुका है और शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने के लिए हर जरूरी कदम उठाने को तैयार है।