जैजैपुर व्रत प्रभारी व आबकारी विभाग के सम्पूर्ण सहयोग से सरकार को लाखों की राजस्व हानि जोरो पर…..

बड़े शराब माफियाओं के इसारे में छोटे कोचियों पर कार्यवाही कर आला अधिकारियों के सामने पिट थापथवाते है, साहब व्रत प्रभारी जैजैपुर
संयुक्त टीम की कार्यवाही से पहले सतर्क रहते है ढ़ाबे संचालक और बड़े शराब माफियां
जांजगीर चांपा/ट्रैक सीजी। मनमाने तरीके से छोटे-छोटे शराब कोचियों को पकड़ बड़े शराब माफिया के इसारे पर अपनी पिट थाप-थापने में आबकारी विभाग कोई कसर नहीं छोड़ रही है,बड़े-बड़े शराब माफियाओं को जेल भेजने का दावा करने वाले आबकारी वृत्त प्रभारी के क्षेत्र में सरेआम अवैध शराब की बिक्री हो रही है। नतीजन कानून व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगने लगा है।अवैध शराब की बिक्री से एक और जहां गांव का माहौल बिगड़ने लगा है तो वही दूसरी ओर कल के भविष्य कहे जाने वाले युवा पीढ़ी नशे की लत के आदी होते जा रहे हैं। देर शाम से लेकर देर रात तक मुख्य मार्ग से गली मोहल्लों तक शराबियों का जमावड़ा लगा रहता है जो विभिन्न अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने जरा सा भी संकोच नहीं करते जिसके चलते क्षेत्र में मारपीट, चोरी, लूटपाट, गाली गलौज, सड़क हादसे जैसी अनेकों घटनाएं तेजी से बढ़ने लगी है।ऐसा नहीं कि क्षेत्र में चल रहे इस काले कारोबार की जानकारी आबकारी अमले के आला अधिकारियों को नहीं है। जानकर भी धृतराष्ट्र बने बैठे हैं जो इस इस बात का संकेतक है कि क्षेत्र का सारा अवैध शराब का कारोबार स्थानीय आबकारी अमले के संरक्षण में ही फल फूल रहा है।
उल्लेखनीय है कि 16 सितंबर को आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने रायपुर स्थित आबकारी भवन में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर आबकारी नीति का कड़ाई से पालन करवाने. शराब के अवैध भंडारण, परिवहन और विक्रय को रोकने के लिए सतत भ्रमण और निरीक्षण करते रहने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देशित किया गया है। बावजूद इसके जैजैपुर आबकारी वृत क्षेत्र के दर्जनों गांव में कच्ची महुआ शराब की नदियां बह रही है वही बिलासपुर रायगढ़ मुख्य मार्ग पर स्थित हसौद क्षेत्र के रोड किनारे अनेकों ऐसे ढाबों और होटलों का संचालन किया जा रहा है जिसमें संचालकों द्वारा तय कीमत से दो से 3 गुना अधिक दामों में सरेआम ग्राहकों ढ़ाबे में खिलाने-पिलाने के नाम पर अवैध शराब परोसी जा रही है। मजे की बात यह है कि जनचर्चाओं ने जैजैपुर वृत प्रभारी दिलीप प्रजापति पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं जो छोटे शराब कोंचियों पर मनमाने तरीके से कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपाते हुए विभागीय उच्चाधिकारी सहित छत्तीसगढ़ शासन को गुमराह करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
इसका ताजा उदाहरण 19 सितंबर सोमवार को देखने को मिला जब जिला के आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने जैजैपुर वृत क्षेत्र में दिखावे की कारवाई कर महज 16 बल्क लीटर कच्ची महुआ शराब जप्त कर दो आरोपियों को जेल दाखिल कर चार अन्य आरोपी के विरुद्ध 34 (1) का प्रकरण कायम कर क्षेत्र में चल रहे अवैध शराब के काले कारोबार पर प्रतिबंधात्मक कारवाई करने का औपचारिकता निभाया।
जनचर्चाओं के अनुसार वृत्त प्रभारी द्वारा क्षेत्र के बड़े शराब माफियाओं से मासिक मेवा चढ़ावे पर लेकर उन्हें संरक्षण दिया जा रहा है और उनके इस कारोबार को सकुशल बनाए रखने इन शराब माफियाओं के दिशा
निर्देशन पर छोटे शराब कोंचियों पर मनमाने तरीके से कार्रवाई कर जेल दाखिल कर विभागीय उच्चाधिकारी सहित छत्तीसगढ़ शासन का ध्यान अपनी कार्यवाही की ओर आकर्षित करने में लगा है ताकि उसके काली करतूतों का खुलासा ना हो सके।
इन गाँवो मे शराब की खुलेआम बिक्री:-
जैजैपुर वृत क्षेत्र में आबकारी विभाग के संरक्षण में अवैध शराब माफिया दिन-ब-दिन हावी होते नजर आ रहे हैं वही हसौद व कचन्दा-मल्दा सहित आसपास के इलाकों में अवैध शराब का कारोबार दिन-ब-दिन विकराल रूप धारण करता देखा जा रहा है इसके अतिरिक्त पेंड्री, करहि, चिसदा,खरवानी, बेलादुला, बोडसरा, हरदीडीह, आमाकोनी, आमगांव, गुचकुलीया, गलगला, भोथिया ओड़ेकेरा, देवरघटा, गुंजीयाबोड़, जमड़ी, बरेकेलखुर्द, नरीयरा, सहित दर्जनों गांवो में कच्ची महुआ शराब की नदियां बह रही है।
जैजैपुर आबकारी वृत क्षेत्र के दर्जनों गांव में वृत प्रभारी के सांठगांठ में कच्ची महुआ शराब की नदियां बह रही है। जैजैपुर वृत प्रभारी दिलीप प्रजापति पर कई गंभीर आरोप भी लगाये जा रहे है, जनचर्चाओ के अनुसार वृत प्रभारी द्वारा उक्त क्षेत्र में संचालित ढाबों में चल रहे अवैध कारोबार सहित क्षेत्र में विद्यमान बड़ेशराब माफियाओं मासिक कमीशन रूपी प्रसाद लेकर उन्हें मौखिक लाइसेंस का वितरण कर संरक्षण दिया जा रहा है और इनके इस कारोबार को सकुशल बनाए रखने के लिए बड़े शराब माफियाओं के दिशा निर्देश पर छोटे-छोटे शराब कोच्चियांओ पर मनमाने तरीके से कार्यवाही कर जेल दाखिल कर विभागीय उच्चअधिकारीयों सहित छत्तीसगढ़ शासन की ध्यान अपनी कार्यवाही की ओर आकर्षित करने लगे हैं। वृत्त प्रभारी की इन गतिविधियों का एक और जहाँ आबकारी विभाग सहित छत्तीसगढ़ शासन की छवि धूमिल हो रही तो वही दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ सरकार को प्रतिमाह लाखों रुपये की राजस्व हानि भी हो रही है। जो राज्य सरकार के लिए चिंताजनक विषय पूर्ण बात है, ऐसा नहीं है कि वृत्त प्रभारी की इस काले कारनामों की जानकारी उपायुक्त महोदय जांजगीर-चाम्पा अभिनेष नेताम को नही है, जैजैपुर वृत प्रभारी दिलीप प्रजापति की हर एक कारनामों की विस्तृत जानकारी उपायुक्त को है बावजूद वृत प्रभारी के काले करतूतों पर लगाम ना लगा पाना उपायुक्त के कार्यशैली पर अनेकों सवालों को जन्म दे रही है। वृत प्रभारी की कार्यशैली से आबकारी विभाग सहित राज्य सरकार की हो रही है किरकिरी और राजस्व की हानि को नियंत्रण करने के बजाए उपायुक्त महाशय वृत प्रभारी के काले करतूतों को छुपाने में लगे है।