सेजेस में ग्लोबल हस्त प्रक्षालन दिवस एवं विश्व छात्र दिवस कार्यक्रम आयोजित

सरायपाली ट्रैक सीजी गौरव चंद्राकर स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ठ विद्यालय सरायपाली में प्राचार्य श्री पी.के.ग्वाल एवं वरिष्ठ व्याख्याता श्री के.आर.मुकर्जी के निर्देशन में ग्लोबल हैण्डवाशिंग डे एवं विश्व छात्र दिवस का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों – शिक्षकों ने उत्साहित होकर चरणबद्ध हाथ धोकर स्वच्छता का संदेश दिया. प्रधान पाठक यशवंत कुमार चौधरी ने बताया कि ग्लोबल हैंडवाशिंग डे 2022 की थीम “यूनिवर्सल हैंड हाइजीन के लिए एकजुटता” है, जो समन्वित प्रयास को बल देती है क्योंकि हम सक्रिय रूप से सार्वभौमिक हाथ स्वच्छता की दिशा में काम करते हैं। सभी के हांथों की स्वच्छता के लिए एकजुट होना आवश्यक है, साबुन या लिक्विट से सुरक्षित हाथ धुलाई से विभिन्न बीमारियों के संक्रमण से बचाव संभव है और बेहतर स्वास्थ्य के परिणामों को प्राप्त कर सकते हैं. हमें विभिन्न अवसरों पर जैसे – भोजन के पहले, शौचालय के उपयोग पश्चात,खांसने एवं छींकने के बाद साबुन से हाथ धोने की गतिविधि अपनाने से हम सुरक्षित रह सकते हैं. संयोग से आज ही के दिन देश के महान् वैज्ञानिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति,प्रख्यात शिक्षाविद् डा. एपीजे अब्दुल कलाम (अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम) की जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाते हुए कलाम जी को सलाम किया जाता है,सच्चे अर्थों में वे ऐसे महानायक थे जिन्होंने अपना बचपन अभावों में बीतने के बाद भी पूरा जीवन देश और मानवता की सेवा में बिता दिया. छात्रों और युवा पीढ़ी को दिए गए उनके कई प्रेरक संदेश हैं जो आज भी देश की युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन कर रहे हैं.महज इतना ही नहीं उनके स्वयं के जीवन की कहानी देश की आने वाले कई पीढ़ियों को भी सदैव प्रेरित करने का कार्य करती रहेंगी. न केवल भारत के लोग बल्कि पूरी दुनिया ‘मिसाइल मैन डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम जी ’ कीसादगी,धर्मनिरपेक्षता,आदर्शों,शांत व्यक्तित्व और छात्रों व युवाओं के प्रति उनके लगाव की कायल थी. यही वजह है कि उनकी याद में हर वर्ष 15 अक्टूबर को विश्व छात्र दिवस मनाया जाता है. छात्रों के प्रति उनका प्रेम और समर्पण काफी गहरा रहा.डॉ. कलाम कहा करते थे, “सफल होने के लिए आपको पहले सपने देखना होगा.”कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र (गाइडेड मिसाइल्स) को डिजाइन किया। इन्होंने अग्नि एवं पृथ्वी जैसे प्रक्षेपास्त्रों को स्वदेशी तकनीक से बनाया.उन्होंने ब्रह्मोस,पृथ्वी,अग्नि,त्रिशूल,आकाश, नाग समेत कई मिसाइलों का आविष्कार किया। इस प्रकार डॉ कलाम जी के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराया गया.इस आयोजन में पालक समिति अध्यक्ष श्री कमल पटेल,उपाध्यक्ष श्री कमल किशोर अग्रवाल,उपाध्यक्ष श्री अविनाश सागर, उपाध्यक्ष डॉ आशीष दास एवं पालक सदस्यगण ,सैजेस सरायपाली प्राचार्य श्री पी.के.ग्वाल,वरिष्ठ व्याख्याता श्री के.आर.मुकर्जी, व्याख्याता श्री महेश कुमार नायक,श्री प्रदीप नारायण सेठ,श्रीमती लता साहू,श्रीमती मीना एस. प्रकाश,श्री जलंधर वर्गे,श्री नरेश पटेल,श्री सुब्रत प्रधान,श्री प्रवीण तिवारी, श्री दिनेश कुमार कर,श्री मनोज पटेल, श्रीमती रेखा पुरोहित, श्रीमती उमा नायक,श्री हरीश चौधरी, सुश्री ज्योति सलूजा,पीटीआई श्रीमती मंजिला चौधरी, अतिथि व्याख्याता श्री नोहर तांडी, प्रभारी प्रधान पाठक यशवंत कुमार चौधरी,वरिष्ठ शिक्षक श्री श्याम सुंदर दास,श्री विनोद कुमार चौधरी,श्री रूपसिंह यादव,श्रीमती रश्मि राजा,श्री गजानंद प्रधान,विशिकेशन नैरोजी, प्रभारी प्रधान पाठक श्री नेतराम पटेल सहा.शिक्षक श्री एल.बी.पात्रो,सुश्री आशा शर्मा,श्री धनपत सिदार,श्रीमती भारती सिदार ,श्री शोभाराम भोई, प्रयोगशाला सहायक श्री गुलाब चौहान,श्रीमती हिमाद्रि प्रधान,श्रीमती नेहा दास साहू ,कंप्युटर शिक्षक श्री अक्षय भोई ,सहायक ग्रेड -2 श्री रोहित मुन्ना,सहायक ग्रेड-3 श्रीमती सविता सिदार,श्रीमती गीति बरिहा, श्रीमती गोमती बरिहा,श्री घसियाराम चौहान,श्री केशव चौहान,श्रीमती अंजनी मुन्ना,श्रीमती वेदमोती आदि का आयोजन में सहयोग रहा