जिस झीरम झीरमघाटी में आती थी गोलियों की आवाज वहाँ लगे नरेन्द्र मोदी जिंदाबाद के नारे

झीरमघाटी से गुजरी भाजयुमो की सत्याग्रह पदयात्रा
दीपिका ने कहा जनहित ही है मेरा उद्देश्य
सुकमा-गुरुवार को सुकमा से जगदलपुर तक सोलह सूत्रीय मांगों को लेकर भाजपा के युवाविंग भाजयुमो की सत्याग्रह पदयात्रा आज चौथे दिन झीरमघाटी से भाजपा का जयघोष व नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए निकली
बता दें कि आदिवासियों को 32 प्रतिशत आरक्षण, राष्ट्रीय राजमार्ग के खस्ताहाल,सुकमा जिले में अवैध रेत उत्खनन,जुंआ,सट्टा, पूरे जिले भर में गाँव गाँव तक अवैध अंग्रेजी शराब के फैले व्यापार जैसी अन्य 16 बिन्दुओ पर मांगों को लेकर भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष अधिवक्ता दीपिका शोरी के नेत्रत्व यह सत्याग्रह पदयात्रा निकाली जा रही है जिसे ग्रामीणों के द्वारा अपार समर्थन भी मिल रहा हैं तोंगपाल,कूकानार,छिंदगढ़,रोकेल के ग्रामीणों ने कहा कि यह सभी ज्वलन्त मुद्दे हैं जिस पर भाजपा को पहले ही आंदोलन करना चाहिए था,जिसे अब किया जा रहा हैं,बता दें कि पूरी झीरमघाटी में सत्याग्रह पदयात्रियों ने आने जाने वाली वाहनों को अपने मांगों से सम्बंधित पर्चे वितरित किए व जनहित में किए जा रहे इस अभियान में समर्थन हेतु अपील भी किया
डोर टू डोर सम्पर्क कर केंद्र सरकार की बताई उपलब्धियां
अपने प्रवास के दौरान ही दीपिका ने दरभा में अपने साथियों के साथ डोर टू डोर सम्पर्क कर केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताते हुए भूपेश सरकार के शासन काल में हो रही भ्रष्टाचार के विषय में भी ग्रामीणों को बताया।
हनुमान चालीसा का पाठ किया
शनिवार की रात्रि तोंगपाल में श्री दुर्गा माता मंदिर में सभी पदयात्रियों ने तोंगपाल के वृद्ध एवं भक्तजनो के साथ भजन कीर्तन व हनुमान चालीसा का पाठ भी किया व तोंगपाल के साथ साथ पूरे जिले की उन्नति हेतु प्रार्थना भी किया।
तोंगपाल दुर्गा मंदिर में चलाया स्वच्छता अभियान
रविवार की सुबह यह पदयात्रा दरभा की ओर निकलने से पहले सभी पदयात्रियों ने तोंगपाल में स्थित श्री दुर्गा माता मंदिर में स्वच्छता अभियान चला कर साफ सफाई भी की
सुरक्षा के रहे उत्तम व्यवस्था
पूरी पदयात्रा के दौरान ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुकमा,छिंदगढ़, कूकानार,व तोंगपाल की पुलिस ने जिले की सीमा तक कर रखी थी इसके पश्चात दरभा पुलिस ने झीरमघाटी के बाद सुरक्षा की व्यवस्था अपने हांथो में ले रखी थी।
विश्व प्रसिद्ध है झीरमघाटी
विदित हो कि कुछ वर्षों पूर्व भाजपा शासन काल में झीरमघाटी में नक्सल अटैक में कांग्रेस पार्टी ने अपने प्रथम पंक्ति के कई नेताओं को खो दिया था जिसके बाद झीरमघाटी को विश्वस्तर पर अति संवेदनशील नक्सलप्रभावित क्षेत्र के रूप में पहचान मिली थी,
इस यात्रा के दौरान हमने दीपिका से पूछा की आज जहां से चन्द घण्टों में गाड़ियों से गुजरने में
नेताओं को डर लगता है ऐस में आप यह पदयात्रा निकाल रही हैं आपको डर नहीं लगता इस पर उन्होंने बहुत ही जिम्मेदारी से जवाब देते हुए कहा कि मेरे सभी मुद्दे जनहित से जुड़े हुए हैं जिससे आम आदमी को लाभ होने वाला हैं ऐसे में मुझे यह नही लगता है कि हमारी इस मांग से किसी को कोई आपत्ति हो सकती हैं सुकमा से मां काली का आशीर्वाद लेकर हमारी यह पदयात्रा निकली है और जगदलपुर में मां दन्तेश्वरी का आशीर्वाद प्राप्त कर इसका अंत होगा और अभी तक किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आई है और माता के आशीर्वाद व वरिष्ठ जनो के मार्गदर्शन से आगे भी कोई परेशानी नहीं आएगी।
बता दें कि दीपिका के इस सत्याग्रह पदयात्रा में कोंटा से अन्नपूर्णा दुबे,आशा हलधर रोकेल से रामे कुंजाम सहित विभिन्न ग्रामों से 50 से अधिक ग्रामीण लगातार पदयात्रा कर रहे हैं।