रायपुर (सतीश पारख)छत्तीसगढ़ की राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। ईडी ने सौम्या चौरसिया के लेकर 10 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने चार दिन की रिमांड को मंजूरी दी । सौम्या की अगली पेशी छह दिसंबर को ली जाएगी। प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के मामले में सौम्या चौरसिया को हिरासत में लिया गया है। बता दें सौम्या चौरसिया को ईडी की टीम ने गिरफ्तार करने के बाद आंबेडकर अस्पताल मे जांच कराने ले गई थी। वहीं मेडिकल कराने के बाद कोर्ट मे पेश किया गया। ईडी का कहना है कि सौम्या चौरसिया के विरूद्ध मनी लांड्रिंग के मामले में सबूत मिले हैं और इन दस्तावेजों और सबूतों की जांच चल रही है। ईडी ने शुक्रवार शाम को न्यायधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में सौम्या को पेश किया।

बता दें कि पिछले दिनों सौम्या चौरसिया समेत प्रदेश के कई बड़े लोगों के ठिकानों पर पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई थी। सौम्या चौरसिया के अलावा सत्ताधारी दल के करीबी सूर्यकांत तिवारी के यहां भी आयकर विभाग ने छापे मारे थे। छापेमारी के बाद सूर्यकांत तिवारी ने आयकर विभाग पर कई आरोप लगाए। प्रदेश में कोयला परिवहन घोटाले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव सौम्या चौरसिया तथा रायगढ़ की कलेक्टर आइएएस रानू साहू को गिरफ्तार किया है। दोनों को मेडिकल चेकअप के लिए आंबेडकर अस्पताल ले जाया गया था। ईडी यहां 500 करोड़ रूपये के कोयला परिवहन घोटाले की जांच कर रही है। इस प्रकरण में एक आइएएस समीर बिश्नोई, घोटाले का मास्टर माइंड सूर्यकांत तिवारी समेत चार लोग जेल में हैं।
जानिए कौन है सौम्या चौरसिया
सौम्या चौरसिया की निजी जिंदगी बात करें तो उनका जन्म छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ है। उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि सीएम आफिस में उच्च पद पर होने के कारण वे IAS अधिकारी हैं। मगर ऐसा नहीं है, वो 2008 बैच की पीसीएस अधिकारी हैं। सौम्या चौरसिया के करियर की बात कहें तो, वे इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदारियां निभा चुकी हैं। उन्होंने बिलासपुर जिले के पेंड्रा और बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई और पाटन में एसडीएम पद पर रहते हुए महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं।छत्तीसगढ़ सरकार में सौम्या चौरसिया कई महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। साल 2016 में सौम्या को रायपुर नगर निगम में अपर आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस दौरान वे वित्त, सामान्य प्रशासन जैसे विभागों का प्रभार संभालती रही हैं। कुछ सालों से वह राज्य शासन में मुख्यमंत्री की उपसचिव हैं। बता दें कि कुछ वर्ष पहले चौरसिया इनकम टैक्स की कार्यवाही हुई थी।