अंतागढ़/ट्रैकसीजी:
ज़िला कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल द्वारा कृषि उद्यानिकी एवं पशुधन विकास विभाग सह मतस्य पालन विभाग के अधिकारियों व गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन की विस्तृत रूप से समीक्षा बैठक ली गई, साथ ही अंतागढ़ विकासखण्ड के आठ गौठानों में गत पखवाड़े में गोबर की खरीदी नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अंतागढ़ को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिये गये इतना ही नहीं समस्त वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारियों को सप्ताह में तीन से चार दिवस का दौरा सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया।

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बता दें, आवर्ती चराई गौठानों का निरीक्षण कृषि विभाग के उप संचालक द्वारा किए जाने को निर्देशित किया गया।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला ने गौठानों में विभिन्न आर्थिक गतिविधियों के संचालन की समीक्षा करते हुए गौठान से जुड़े महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों को पुनः प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए हैं।
गौठान में गोबर की खरीदी बढ़ाने के लिए पंजीकृत पशुपालकों को गोबर बेचने हेतु संबंधित पशुपालकों के प्रोत्साहन हेतु नियमित रूप से बैठक लेने के व जागरूकता लाने हेतु भी आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।
विदित हो इस दौरान गौठानों में निर्मित वर्मी कम्पोस्ट खाद के विक्रय की भी समीक्षा की गई तथा इसे बढ़ाने के विषय में भी निर्देश देने के साथ ही गौठानों में पैरादान हेतु भी किसानों को प्रोत्साहित करने कहा गया।
बता दें जिले के पंद्रह गौठानों को मॉडल गौठान के रूप में विकसित किया जा रहा है, इनमें नरहरपुर विकासखण्ड के सारण्डा गौठान में लाख पालन एवं श्रीगुहान गौठान में मत्स्य पालन, भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के चिल्हाटी गौठान में प्रसंस्करण इकाई, चारामा विकासखण्ड के गितपहर गौठान में वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण एवं लखनपुरी गौठान में सब्जी बीज उत्पादन, कांकेर विकासखण्ड के पोटगांव गौठान में वर्ष भर चारा उत्पादन एवं सरंगपाल गौठान में सब्जी उत्पादन, दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के लोहत्तर गौठान में कृषि संयंत्र एवं सब्जी उत्पादन से संबंधित गतिविधियां संचालित करना प्रस्तावित किया गया है।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा उक्त सभी मॉडल गौठान में प्रस्तावित गतिविधियों का बेहतर क्रियान्वयन करने हेतु आदेशीत किया गया है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए भी निर्देशित किया है।
इस अवसर पर कृषि विभाग के उप संचालक एन.के. नागेश, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र बीरबल साहू, पशुधन विकास विभाग के उप संचालक डॉ. सत्यम मित्रा, सहायक कृषि अभियंता हरि देवांगन, प्रभारी सहायक संचालक मछली पालन एस.आर. नाग, वरिष्ठ उद्यान विस्तार अधिकारी बघेल सहित कृषि विभाग के समस्त वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे।