•राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा ज्ञापन

•राज्यपाल द्वारा दिये गये बयान को ग़ैर जिम्मेदाराना बयान ठहराया
You might also like
अंतागढ़/ट्रैक सीजी:
छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके द्वारा मीडिया के बीच वर्ग विशेष के आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाने का बयान अब तूल पकड़ने लगा है। राज्यपाल के बयान से सर्व पिछड़ावर्ग समाज काफी आक्रोशित है, वही आज राज्यपाल के खिलाफ पूरे कांकेर जिले के प्रत्येक ब्लॉक इकाई में पिछड़ावर्ग समाज द्वारा रैली निकाल कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा गया।
बता दें, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके द्वारा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भेजे गए आरक्षण संबंधित प्रस्ताव पर मीडिया के बीच यह बयान दिया गया था कि मेरे द्वारा केवल अनुसूचित जनजाति का आरक्षण बढ़ाने हेतु मुख्यमंत्री को अध्यादेश लाने कहा गया था, परंतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा समस्त वर्गो का आरक्षण बढ़ा दिया गया है।
महामहिम के इस बयान को लेकर समाज प्रमुख मधेश्वर जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा सभी वर्गो के आरक्षण बढ़ाने के संबंध में राज्यपाल के समक्ष प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया है, परंतु राज्यपाल द्वारा समस्त वर्गों के आरक्षण बढ़ाने संबंधी विधेयक में हस्ताक्षर नही करना निंदनीय है।
वही इस विषय में विजय साहू ने कहा कि राज्यपाल एक संवैधानिक पद है, जिस पद पर आसीन होने के पश्चात् राज्यपाल अनुसुइया उइके द्वारा पद की गरिमा वी मर्यादा नही रखते हुए एक विशेष वर्ग को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान देना गलत है।
विजय साहू ने अपना वक्तव्य जारी रखते हुए कहा कि अपने पद की गरिमा नही समझने वाले राज्यपाल अनुसुइया उइके को शीघ्र ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
राकेश गुप्ता ने कहा कि राज्यपाल के बयान से समस्त पिछड़ावर्ग समाज को आघात पहुँचा है, जिसके विरोध में आज रैली निकाल कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौपा है।
वही सर्व पिछड़ावर्ग समाज द्वारा चेतावनी दी गई कि यदि पंद्रह दिवस के भीतर आरक्षण संबंधित प्रस्ताव में राज्यपाल हस्ताक्षर नही करतीं हैं तो इस अवस्था में समाज राज्यपाल निवास के घेराव को बाध्य होगा।