अंतागढ/ट्रैक सीजी:

जिला निर्माण संघर्ष समिति व क्षेत्रवासियों द्वारा दिनांक 24/01/2023 दिन मंगलवार को अतिरिक्त कलेक्टर अंतागढ़ को जिले के संबध मे एक ज्ञापन सौपा गया है। जिसमे अंतागढ़ को यथाशीघ्र जिला बनाने की मांग प्रमुखता से करते हुए मुख्यमंत्री भुपेश बघेल को जिला निर्माण समिति अंतागढ़ के सदस्यो ने अंतागढ मे अतिरिक्त कलेक्टर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना करने पर आभार भी प्रकट किया है, वही ज्ञापन सौपने पहुचे समिति के सदस्यो का मीडीया के समक्ष कहना था कि जिले की दावेदारी अंतागढ़ की ही जायज मानी जा रही है, जिसका समस्त क्षेत्रवासी समर्थन कर रहे है।
ज्ञात हो अंतागढ़ ब्रिटिश क़ालीन सबसे पुरानी तहसील रही है। विदित हो कि ज्ञापन पत्र मे अंतागढ़ को जिला बनाए जाने की एक सूत्रीय मांग शामिल की गई है, तो वही समिति अंतागढ़ के सदस्यो ने अंतागढ़ मे अतिरिक्त कलेक्टर तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रशासनिक अधिकारियो की पदस्थापन को लेकर मुख्यमंत्री भुपेश बघेल का आभार भी उन्होने ज्ञापन के माध्यम से व्यक्त किया है।
इसके अलावा भविष्य मे नए जिले के निर्माण किए जाने की स्थिति मे अंतागढ़ को ही जिला बनाए जाने की आशा भी व्यक्त की गई। क्योंकि पिछले एक दशक से भी अधिक समय से अंतागढ़ के क्षेत्रवासी जिले की मांग को लेकर संघर्षरत हैं, साथ ही समय समय पर कड़ीबद्ध रूप से आदोलन करते आ रहे है।
अंतागढ़ को पृथक जिला बनाए जाना चाहिए इसके समर्थन में कोयलीबेडा,आमाबेडा, कोलर, रावघाट भैसासुर आदि क्षेत्र के समस्त नागरिक शामिल हैं।
अंतागढ का एक समृद्ध सांस्कृतिक से जुड़ा इतिहास है। ब्रिटिशकालीन तहसील होने के साथ ही अंतागढ़ खनीज संपदा, वन संपदा से संपन्न है, इतना ही नहीं यह देवी देवताओ के प्रमुख आस्था का केंद्र भी है।
भौगोलिक दृष्टि से भी अंतागढ़ मुख्य केंद्र बिदु मे आता है, जहा से आसपास क्षेत्र के ग्रामीणो के लिये यह दूरी सामान्य है, अतएव जनभावनाओ को देखते हुए अंतागढ को ही जिला बनाए जाना चाहिए।
ज़िला निर्माण संघर्ष समिति ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि इस बार हमारे साथ छल हुआ तो एक बड़ा जन आदोलन क्षेत्र से होगा, जो अब तक के आंदोलनों में सबसे बड़ा जनआंदोलन होगा।
ज्ञापन सौपने वालो मे जिला निमार्ण समिति के सदस्य व समर्थक शामिल थे।