नक्सली मांद नम्बी में रही भोलेनाथ की धूम. महाशिवरात्री में यहां लगा हिरमाराज का मेला। सालों बाद नम्बी वॉटरफॉल तक पहुँचे भक्ति में डूबे सैकड़ों प्रकृति प्रेमी.
बीजापुर- देश दुनिया मे महाशिवरात्री धूमधाम से मनाई गई है। यहां बस्तर के अंदरूनी इलाको में भी महाशिवरात्रि गाजे बाजे की शोर और भक्ति में तल्लीन नृत्य के साथ मनाया गया। बीजापुर जिले के महादेव घाट, भोपालपटनम, भद्राकाली, ठोटापारा, आवापल्ली, उसूर सहित दर्जनो गांवो में भक्तों ने महाशिवरात्रि मनाई। छत्तीसगढ़- तेलांगाना की सीमाक्षेत्र नम्बी में भी हिरमाराज शिव मेला का आयोजन किया गया। खास बात यह रही कि स्थानीय ढोल नगाड़ों के बीच यहां देशी गोंडी नाच में सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हुए थे। लगभग दो दशक बाद सुरक्षाबलों का कैम्प लगने के बाद यहां आवाजाही बढ़ी है साथ ही विख्यात नम्बी वाटरफॉल तक जाना अब सुगम हो गया है।
दशकों से बंद सड़क को अब खोला जा रहा है.
करीब दो दशकों से माओवादियों के कब्जे में रही उसूर से कोत्तापल्ली की सड़क निर्माण का काम शुरू हो गया है। उसूर से गलगम, नम्बी होते 17 किमी दूर गूंजेपरती तक मिट्टी मुरुम का काम जारी है। सड़क निर्माण के जरिये विकास पहुंचाने की कवायद में गलगम और नम्बी में सुरक्षाबलों के दो कैम्प तैनात किए गए हैं जिसकी वजह से आज आवाजाही के साथ साथ मेले में महाशिवरात्री मनाने आवापल्ली, उसूर सहित क्षेत्र के दर्जनभर गांवो के सैकड़ों लोग जुटे थे। दक्षिण बस्तर के इस इलाके में माओवादी घटना, कैम्पों का विरोध, सुरक्षाबलों का सिविक एक्शन प्लान और आस्था का केंद्र महादेव की महाशिवरात्री सभी एक साथ चल रहे हैं।