•उरांव आदिवासी समाज कल्याण समिति द्वारा आयोजित मिलन समारोह में शामिल हुए विधायक नाग

•उरांव समाज की मांग पर समाज के सामाजिक जरूरतों की आपूर्ति के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा
पखांजूर/ट्रैक सीजी:
क्षेत्रीय विधायक अनूप नाग शनिवार को ग्राम पंचायत छोटे बेटिया के आश्रित गांव पी.व्ही.92 में परलकोट उरांव आदिवासी कल्याण समिति बांदे के तत्वाधान में आयोजित मिलन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए । विधायक श्री नाग ने इस अवसर पर कहा कि उरांव समाज एक प्रगतिशील और शिक्षित समाज है। उन्होंने कहा पहली बार इस समाज से प्रदेश में 5 विधायक चुनकर छत्तीसगढ़ की विधानसभा में पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान में पहली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी समाज के बेटे को राज्य के मुख्य सचिव के पद तक पहुंचाए है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, इसीलिए हमने केवल इसे सुव्यवस्थित कर इनका लाभ समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों तक पहुंचाया है, तब जाकर छत्तीसगढ़ का सही मायने में विकास हो रहा है। विधायक नाग ने कहा विकसित और समृद्ध नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में उरांव समाज ने भी सरकार को अपार सहयोग किया है, उन्होंने समाज द्वारा मिले समर्थन और आशीर्वाद के लिए आभार भी प्रकट किया।
विधायक श्री नाग नेे कहा कि पेसा एक्ट, वन अधिकार कानून और पंचायती राज का सही क्रियान्वयन सभी की भागीदारी से संपन्न हो पाया है उन्होंने कहा कि उरांव समाज की उन्नति के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए गए है और भविष्य में भी किए जायेंगे । उन्होंने कहा कि हम सबने मिल नया छत्तीसगढ़ को बनाया है, इसके लिए सभी समाजों ने मिल कर प्रयास किया है । इस अवसर पर उरांव समाज के प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया गया। साथ ही विधायक नाग ने उरांव समाज के द्वारा की गई मांग के अनुरूप समाज के सामाजिक जरूरतों एवं अन्य आपूर्ति के लिए 5 लाख रुपए देने की घोषणा किए । उरांव समाज ने भी इस सरामोह में शामिल होने एवं उनकी मांग को पूर्ण करने के लिए विधायक अनूप नाग का आभार प्रकट किया है ।
*इनकी रही मौजूदगी*
चमरू मिंज उरांव समाज अध्यक्ष, उपाध्यक्ष प्रबल केरकेट्टा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पंकज साहा, संतोष कीर्तनिया, सूरज विस्वास, नीरू ढाली, किशोर नाग, हर्षित दास, दशरथ इक्का, दिलीप लकड़ा, ललित खेस्स, सोनारू टिग्गा, इंजोर मिंज, गौर मंडल, देवाशीष बैरागी, दिलीप बैरागी, सुकुमार मंडल, पवित्र घोष, अविनाश गणविरे, सुरेश लकड़ा, उलसेन लकड़ा, शबनम टिग्गा, मैनी कचलामी, सविता नायक, फुलमनी तिर्की, महेश बघेल, जयवनी देहारी, जितेंद्र बघेल, बलराम मिंज, मैनी कचलामी समेत उरांव सहित आदिवासी समाज के भारी संख्या में लोग मौजूद थे।